सफल बिजनेसमैन की कहानी Businessman Success Story In Hindi: भरपूर पैसे कमाने की चाहत लोगों को जिंदगी में कुछ बड़ा करने की तरफ ले जाती है, इसलिए अगर आप 9 to 5 जॉब से हटकर बिजनेस करने का सपना रखते हैं। और जिंदगी में खूब नाम और पैसा कमाना चाहते हैं तो आज हम आपके साथ कुछ ऐसी बिजनेसमैन की प्रेरणादायक कहानियां साझा करेंगे जिन्होंने कठिन हालातों में भी सफल बिजनेसमैन बनने के अपने सपने को सच कर दिखाया।
Success Story Of Businessman In Hindi: यह कहानियां आपको जीवन में कभी भी हार न मानने और कम पैसों के बावजूद कैसे एक बड़े बिजनेस की नींव रखी जाती है समझने में मदद करेंगी।
कॉलेज से ग्रेजुएट होने के बाद अधिकतर लोग जहां करियर में जॉब पाने के बारे में सोचते हैं। वहीं प्रतीक दोषी की सोच सबसे अलग थीं। वो कुछ अलग करना चाहते थे। जो अब तक कभी किसी ने नहीं किया। लेकिन उनके पास सबसे बड़ा सवाल यह था कि आखिर वह कौन सा बिजनेस करेंगे ?
क्योंकि उस समय पहले से ही बहुत सारे बिजनेस मौजूद थे। और प्रतीक के पास कोई आईडिया नहीं था। उन्हें सिर्फ इतना पता था कि वे अपना खुद का कुछ करना चाहते हैं।
बरसात के मौसम में एक दिन प्रतीक जब मुंबई के लोकल ट्रेन का धक्का खाते हुए बारिश से बचते बचते घर जा रहे थे। तब उनकी नजर अचानक छतरी पर जाकर रुकी। जब उन्होंने ध्यान दिया तो पाया कि सभी लोगों के पास सिर्फ काले और हल्के रंगों की ही छतरी हैं। छतरी में किसी भी तरह की कोई प्रिंट या डिजाइन नहीं है।
लोगों के इन छतरी को देखते हुए उन्हें एक बहुत ही जबरदस्त आईडिया उनके दिमाग में आया। उन्होंने सोचा क्यों ना डिजाइन और प्रिंट वाले छतरी का बिजनेस किया जाए। क्योंकि यह बिज़नस कोई नहीं कर रहा है तो उनका यह बिजनेस पूरी तरह यूनिक होगा।
इस आइडिया को सोचकर प्रतीक बहुत खुश हो गए और वह अपने घर गए अपने घर जाकर जब उन्होंने अपना ही आईडिया अपने परिवार को बताया। तब उनके परिवार ने उनसे कहा कि “ क्या तुमने छतरी बेचने के लिए इतनी पढ़ाई की है,
घर वालों को प्रतिक्रिया देखकर प्रतीक जरूर निराश हुए
“ लेकिन तब तक प्रतीक के मन में यह आईडिया पूरी तरह बस चुका था।
उन्हें सिर्फ किसी भी हालत में अपनी छतरी का बिजनेस शुरू करना था। जब प्रतीक अपने छतरी के बिजनेस के लिए ब्लू प्रिंट तैयार कर रहे थे। उनके दोस्त उनके घर आकर उनसे पूछते थे कि भाई तू क्या कर रहा है? तो प्रतीक जवाब में कहते थे कि मैं अपना छतरी का बिजनेस करना चाहता हूं।
अपनी छतरी बिजनेस के लिए उन्होंने डिजाइनर से डिजाइन तैयार करवाएं। लेकिन जब उन्होंने यह डिजाइन पब्लिशर को दिखाया तो कोई भी पब्लिशर उनके डिजाइन को पब्लिश करने के लिए नहीं माने।
क्योंकि इंडिया जैसे देश में नई नई चीजों को जल्दी एक्सेप्ट नहीं किया जाता है। इसीलिए कोई भी प्रतीक के डिजाइन को पब्लिश करने के लिए मान नहीं रहे थे। लेकिन प्रतीक ने हार नहीं मानी और एक के बाद एक पब्लिशर के पास जाते रहे।
11 पब्लिशर ने उनके डिजाइन को बेकार बताकर उनकी डिजाइन छतरी पर प्रिंट और उसकी मार्केटिंग करने से मना कर दिया था।
लेकिन 12वीं पब्लिशर को प्रतिक का आईडिया यूनिक और अलग लगा। जिसके कारण उन्होंने प्रतीक के डिजाइन को प्रिंट कर दिया और फिर उन्होंने मार्केटिंग का काम भी शुरू कर दिया।
प्रतीक ने अपनी छतरी पर वडापाव, smiley जैसे अलग-अलग तरह के कई सारे डिजाइन प्रिंट करवाएं। सारी छतरी प्रिंट हो जाने के बाद प्रतीक ने खुद मार्केटिंग का काम भी शुरू कर दिया।
6 महीने तक प्रतीक इस काम में जुटे रहे लेकिन कड़ी मेहनत के बाद भी उन्होंने सिर्फ 800 छतरी ही बेचे थे। फिर उनके किसी दोस्त के बताने पर उन्होंने अपनी छतरी का बिजनेस ऑनलाइन ले जाने के बारे में सोचा।
प्रतीक अपने छतरी के बिजनेस पर अपना पूरा हाथ पैर मार लेना चाहते थे। ताकि बाद में उन्हें किसी भी तरह का कोई पछतावा ना रहे। प्रतीक कहते हैं कि बिजनेस को ऑनलाइन ले जाने के लिए और मार्केटिंग करने के लिए 18 घंटे काम करते थे।
वो कहते थे कि उस समय रावण के तरह उनके भी 10 सर थे। एक डिजाइनिंग में, तो दूसरा मार्केटिंग में अकेले वो सभी चीजों को संभाल रहे थे।
अपने बिजनेस को ऑनलाइन ले जाने के बाद प्रतीक को बहुत डर लग रहा था कि कोई उनकी छतरी खरीदेगा भी है नहीं इसलिए उन्होंने अपने पिता से कहा कि प्लीज आप एक छतरी खरीद लीजिएगा ताकि मुझे तसल्ली रहेगी मेरी एक छतरी बिक गई है।
लेकिन जैसे ही उन्होंने अपना बिजनेस ऑनलाइन किया और लोगों को उनकी छतरी के बारे में पता चला तो उनकी छतरी की सेल काफी ज्यादा बढ़ गई।
कोलकाता, तमिलनाडु, गुजरात जैसे राज्यों से उनकी छतरी की बहुत डिमांड की गई। सिर्फ 2 सप्ताह में वे ऐमेज़ॉन के छतरी बेचने वालों में बेस्ट सेलर की सूची में शामिल हो गए।
इस तरह प्रतीक ने अपने छोटे से आइडिया को एक मल्टी मिलेनियर बिजनेस बना दिया और एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन बन गए।
लेकिन उनका यह सफर बिल्कुल आसान नहीं था क्योंकि किसी ने उनका साथ नहीं दिया और कई महीनों तक बिना किसी उम्मीद के मेहनत करने के बाद उन्हें वह मिला जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी।
बिजनेस और सक्सेस ऐसे ही होती है। इसमें व्यक्ति को एक सही आईडिया पर लगातार काम करना होता है। और उनकी मेहनत रंग जरूर आती है।
प्रतिक दोषी हमेशा कहते हैं कि – if you do hard work? Then it never goes in water? मतलब अगर आप मैंने तार मेहनत करेंगे तो आपकी मेहनत कभी भी पानी में नहीं जाएगी।
हम सभी यही सोचते हैं कि दूसरों की जिंदगी अच्छी और आसान होती हैं। लेकिन लोगों की जिंदगी वैसी नहीं होती जैसे हम सोचते हैं। हमारी तरह उनकी जिंदगी में दुख और उदासी होती हैं। लेकिन फर्क इस बात से पड़ता है आप उदास होने पर किस चीज को चुनते हैं! क्योंकि इंसान की चॉइस ही उन्हें तरक्की और फेलियर के रास्ते में ले जाते हैं।
आज हम आपको टिंडर की पुरानी को- फाउंडर Whitney Wolfe Herd की सक्सेस स्टोरी सुनाएंगे। उन्होंने अपनी जिंदगी में काफी सारे उतार-चढ़ाव देखे लेकिन उन्होंने कभी भी हार नहीं मानी और एक अच्छे बिजनेस वूमेन की तरह अपने सपने को पूरा किया।
टिंडर के दूसरे co founder की तरह Whitney Wolfe Herd ने टिंडर को बनाने के लिए काफी मेहनत की लेकिन जब टिंडर पूरी तरह बन गया और लोगों के बीच पॉपुलर हो गया। तब टिंडर के दूसरे co founder ने Whitney के ऊपर harassment का इल्जाम लगाकर उन्हें co-founder की लिस्ट से बाहर निकाल दिया।
इसके बाद Whitney को दुनिया की नफरत सहनी पड़ी। लोगों ने सोशल मीडिया अकाउंट में उनकी बहुत बुराई की उन्हें बहुत ज्यादा troll किया। कुछ लोगों ने तो यह भी कह दिया था कि उन्हें मर जाना चाहिए।
जिंदगी से उदास होकर Whitney अपनी जिंदगी खत्म कर लेना चाहती थी। उन्होंने सुसाइड करने की भी कोशिश की लेकिन फिर उन्होंने सोचा कि वह क्यों दूसरों के कहने पर अपनी जान ले रही हैं। ऐसी कोई व्यवस्था क्यों नहीं है! जहां लड़कियों को इस तरह के troll से बचाया जा सके।
इसीलिए Whitney ने खुद एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया जहां लड़कियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता था। Whitney ने बहुत मेहनत की और एक ऐसा App तैयार कर दिया। जिसमें लड़कियां पहला move करती है! इतना ही नहीं Whitney ने इस डेटिंग App को ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनके इस डेटिंग ऐप का नाम Bumble है, साल 2014 में यह ऐप लांच हुई थी।
इस डेटिंग एप को बनाने के बाद Whitney ने इससे इतने पैसे कमाए हैं। जितना उन्होंने टिंडर के कोफाउंडर के तौर पर भी नहीं कमाया था। उनकी इस सोच ने Whitney की पूरी जिंदगी बदल दी थी।
एक छोटी सी चीज क्या धमाल कर सकती है! कितनी बड़ी बिजनेस बन सकती हैं! इसके बारे में कोई नहीं जानता है। लेकिन लगातार मेहनत करने से एक छोटी सी बिजनेस एक बड़े एंपायर में भी बदल सकती हैं।
फेसबुक के मालिक मार्क जकरबर्ग कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे। तब उन्हें एक लड़की पसंद आई थी। मार्क जुकरबर्ग ने एक Young लड़के की तरह लड़की को अप्रोच किया। लेकिन लड़की ने मार्क को मना कर दिया और उनकी काफी इंसल्ट भी की थी।
इसीलिए लड़की से बदला लेने के लिए मार्क जुकरबर्ग ने एक web page तैयार किया और उस पेज पर उसने उन्हें उस लड़की की फोटो डाल दी। लेकिन उस समय वे यूनिवर्सिटी में पढ़ते थे तो कॉलेज के प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए यूनिवर्सिटी ने उनके इस वेब पेज को बंद कर दिया क्योंकि उन्होंने स्कूल के सरवर से ही इसे बनाया था।
वैसे तो यह वेब पेज उन्होंने सिर्फ बदला लेने के लिए बनाया था। लेकिन बाद में उन्हें एक आईडी आया कि क्यों न एक ऐसी वेबसाइट तैयार की जाए जहां लोग एक दूसरे से बात कर सके और अपनी सुंदर से तस्वीरें भी डाल सके।
उन्होंने इस आइडिया को अपने दोस्त को बताया और उसके साथ मिलकर इस पर काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने एक ऐसी वेबसाइट तैयार की जहां पर लोग अपनी फोटो डाल सकते थे और दुनिया के किसी भी व्यक्ति के साथ बातचीत कर सकते थे।
अपने दोस्त के साथ मिलकर मार्क जुकरबर्ग ने यह वेबसाइट तैयार कर ली और इसका नाम Face App रखा। लेकिन जब उन्होंने इससे आपकी मार्केटिंग करने के लिए और लोगों से बातचीत की। तब उन्हें यह नाम कुछ अटपटा सा लगा इसीलिए उन्होंने इस वेबसाइट का नाम बदलकर इसका नाम Facebook रख दिया।
शुरुआत में इस वेबसाइट को सिर्फ लोकल लोगों ने ही उपयोग किया लेकिन जैसे-जैसे इसकी लोकप्रियता बढ़ती गई वैसे-वैसे पूरी दुनिया में इस वेबसाइट को उपयोग करने वाली यूजर्स की संख्या भी बढ़ती गई। और देखते ही देखते फेसबुक दुनिया में सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाला चैटिंग ऐप बन गया।
फेसबुक के सक्सेस हासिल करने के बाद मार्क जुकरबर्ग ने अपनी वेबसाइट से खूब पैसे कमाए। मार्क जुकरबर्ग फेसबुक के कारण दुनिया के सबसे अमीर आदमी की सूची में भी गिने जाने लगे।
लेकिन ऊंचाइयों तक पहुंचने के बाद भी मार्क जकरबर्ग रुके नहीं उन्होंने और कोशिश की फेसबुक को और बेहतर बनाया। मार्क जुकरबर्ग ने फेसबुक वेबसाइट को एप्लीकेशन में बदल दिया।
एप्लीकेशन में बदल जाने के बाद फेसबुक यूज करने वाले लोगों की संख्या 2 गुना हो गई। क्योंकि एप्लीकेशन के फीचर्स ज्यादा अच्छे और हेंडी थे। फेसबुक को बुलंदियों पर ले जाने के बाद साल 2012 में मार्क जुकरबर्ग ने इंस्टाग्राम को भी खरीद लिया और उसके 2 साल बाद उन्होंने Whatsapp को भी खरीदकर अपने नाम कर दिया ।
इस तरह उन्होंने सभी मुख्य चैटिंग एप्लीकेशन को फेसबुक के अंदर ले लिया और फेसबुक को एक बड़ी पैरंट कंपनी बना दी। आज फेसबुक को दुनिया भर में करोड़ों लोग इस्तेमाल करते हैं।
फेसबुक के अलावा व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम को भी करोड़ों की संख्या में लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। इस तरह उन्होंने कड़ी मेहनत करके फेसबुक को इस ऊंचाई तक पहुंचा दिया है। जहां मार्क जुकरबर्ग के साथ पुस्ते बिना काम किए खा सकती हैं।
इस तरह एक छोटी सी आईडिया में इतनी ताकत होती है कि वह आईडिया एक बड़ा एंपायर बन सकता है। लेकिन यह बिजनेसमैन के ऊपर निर्भर करता है। एक बिजनेस खड़ा करने का सफर बहुत ही लंबा और मुश्किलों से भरा होता है।
हर बिजनेसमैन जो किसी आईडिया पर काम करते हैं उनके मार्ग में कई तरह की परेशानियां आती हैं। सेल्फ डाउट, फेलियर, प्रोक्रास्टिनेशन जैसी कई सारी चीजें एक बिजनेसमैन के रास्ते का सबसे बड़ा पत्थर होता है।
जिसे देख बिजनेसमैन को रुकना नहीं चाहिए बल्कि आगे बढ़ते रहना चाहिए। तभी एक आईडिया एक बिजनेस में बदलकर एक नॉर्मल इंसान को एक एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी इंसान बना सकता है।
अब तक हम जानते थे कि माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स विश्व के सबसे अमीर व्यक्ति हैं. मगर 27 जुलाई को जेफ बेजोस ने उनकी जगह ले ली हैं.
अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस की कुल नेट वर्थ 90.09 अरब डॉलर हो चुकी हैं, जबकि बिल गेट्स की नेट वर्थ 90.07 अरब डॉलर ही हैं. हाल ही में आई ब्लूमबर्ग की नवीनतम रिपोर्ट में ये चौकाने वाला आकड़ा सामने आया हैं. आपकों बता दे पिछले चार वर्ष (2013) से जुलाई 2017 तक बिल गेट्स दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति थे.
आज न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज के खुलते ही शुरूआती दौर में आई तेजी ने जेफ बिजोस का शेयर 1.3 प्रतिशत बढ़ने के साथ ही वे दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बनने का कारनामा अपने नाम दर्ज करवा चुके हैं.
पिछले एक वर्ष में जेफ बेजोस की कुल नेट वर्थ सबसे तेजी से बढ़ी हैं. वही बिल गेट्स की कुल सम्पति में 8.5 अरब यूएस डॉलर की बढ़ोतरी हुई तो जेफ बेजोस की सम्पति तक़रीबन 25 अरब डॉलर तक बढ़ चुकी हैं.
ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेजन डॉट कॉम के संस्थापक जेफ बेजोस वे सातवे इंसान होंगे जो यह खिताब हासिल करने वाले हैं. इनके अलावा विश्व के सबसे अमीर लोगों में अमेरिकन की बात करे तो बिल गेट्स, वॉरन बफेट के बाद तीसरे अमेरिकन हैं.वर्तमान स्थति में जेफ बेजोस गेट्स से 500 मिलियन डॉलर आगे हो गये. धीरे धीरे ये अंतर कम अथवा ज्यादा भी हो सकता हैं.
53 वर्षीय सफल व्यवसायी और अमेज़न.कॉम के संस्थापक जेफ बेज़ोस का जन्म 12 जनवरी 1964 को न्यू मैक्सिको के अल्बुकर्क शहर में हुआ था. इन्होने प्रिंसटन विश्वविद्यालय से विज्ञान विषय में स्नातक की.
इनके माता-पिता टेक्सास में रहा करते थे. जहाँ उनका बड़ा फॉर्म हाउस था. अपना बचपन इन्ही फॉर्म हाउस और पशु फॉर्म में नानाजी के साथ गुजारने वाले जेफ बेज़ोस को बचपन से तकनिकी विषयों में गहरी रूचि थी.
बेजोस ने बचपन में एक बार अपने झूले के स्क्रू पेशकश से खोलने की कोशिश की थी. इनकी माँ का नाम जैकी था. पिता के साथ माँ का रिश्ता कुछ ही सालो तक चला जिसके बाद दोनों के बिच तलाक हो गया था.
इसके बाद जोसेफ ने अपनी मेहनत पर यकीन रखा और इंजिनियर बन गये थे. इनका विवाह Mackenzie Bezos के साथ सम्पन्न हुआ था.
कंप्यूटर विज्ञान में शिक्षा प्राप्त करने वाले बेजोस ने 1994 में अमेजन डॉट कॉम (in which year was amazon founded) की स्थापना की थी.
इस कम्पनी की स्थापना का विचार लेकर इन्होने पुरे सयुक्त राज्य अमेरिका का भ्रमण किया और नए-नए विचारों को शामिल कर अपने गैरेज को अमेजन को ऑफिस के रूप में बदला. अमेजन के 10 साल बाद बेजोस ने ब्लू ओरिजिन नाम से एक और कंपनी की स्थापना की.
Zhou Qunfe 47 वर्षीय जो कनफे का जन्म वर्ष 1970 में हुआ था. जो आज के समय में दुनिया की सबसे अमीर सेल्फमेड औरत हैं. जो कनफे की सक्सेज कहानी बेहद प्रेरणादायक हैं.
आज से 30-40 वर्ष पूर्व तक स्कूली शिक्षा भी पूरी न कर पाने वाली महिला और दुनिया की सबसे ताकतवर लेडी हैं. जो कनफे की कहानी में रहस्य, अचरज तो हैं ही मगर एक पहेली की तरह भी लगती हैं. अमेरिका की फोबर्स मैगजीन के मुताबिक जो कनफे की नेट वर्थ तक़रीबन 9 बिलियन डॉलर से अधिक हैं.
स्मार्टफ़ोन,चश्मे इत्यादि उपकरणों में काम आने वाले लेंस तकनीक की खोजकर्ता जो कनफे की कम्पनी वर्तमान में चर्चित IPHONE के स्क्रीन और लैंस भी बनाती हैं. एक समय इनकी जिन्दगी में ऐसा भी था, जब जो कनफे को रोजी रोटी के लिए कारखाने में काम करना पड़ता था. मगर वर्ष 2015 में कम्पनी की शुरुआत के साथ ही यह अरबपति महिलाओं की सूची में शुमार हो गईं.
आज के समय में जो कनफे की कुल सम्पति में 30 से अधिक बड़े उद्योगिक कारखाने और इनमे तक़रीबन 1 लाख लोग काम करते हैं.
जो कनफे का जन्म बेहद गरीब परिवार में हुआ था. परिवार में कोई आय का साधन न होने के कारण उन्हें कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ा. घर की आर्थिक स्थति कमजोर होने के कारण जो कनफे को मात्र 16 वर्ष की आयु में ही स्कुल की पढ़ाई छोड़कर आय अर्जन के लिए एक कारखाने में काम करना पड़ा.
जब होने काम करने की शुरुआत की तो वह फैक्ट्री कांच के लैंस बनाने की थी. दिन भर फैक्ट्री में काम करने के बाद जो विद्यालय की सायकालीन कक्षाओं में एकाउंटिंग और फायर सेफ्टी के विषयों का अध्ययन किया करती थी.
निम्न वर्गीय परिवार से होने के कारण जो कनफे भले ही विद्यालयी शिक्षा प्राप्त न कर सकी. मगर उनमे पढ़ने की भुख अभी भी जीवित थी. जो की सोच और नजरिया हमेशा दुसरे लोगों से भिन्न हुआ करता था.
जब बचपन में उनके साथ शहरी सम्पन्न परिवारों के बच्चे पढ़ा करते थे. तो वह स्वय: के किस्मत को बुरा समझने की बजाय जो कनफे अपनी मेहनत और लग्न के दम पर अपने भविष्य को बदलने का सपना देखा करती थी.
जब जो मात्र 22 वर्ष की थी, तो उन्होंने अपनी मजदूरी से मिले पैसो से स्वय की एक कम्पनी खड़ी की. वह जिस कार्य को पिछले 6 सालो से करती आ रही थी. उसी में जो ने घड़ियों के काच और लेंस बनाने की कम्पनी की शुरुआत की.
अपनी पहली कम्पनी खोलने के ठीक 10 साल बाद 2003 में जो कनफे को मोटारोला मोबाइल कम्पनी से बिना स्क्रेच के ग्लास लेंस बनाने का आर्डर मिला. इस बड़े प्रोजेक्ट में सफलता के बाद जो को वर्ष 2007 में IPHONE के पहले संस्करण के लिए इसी प्रकार के ग्लास लेंस बनाने का आर्डर मिला.
जिन्दगी भर कुछ न कुछ नया सीखते रहने वाली जो की कम्पनी कुछ ही प्रोजेक्ट में काम करने के साथ ही एक बेहतरीन ग्लास लेंस निर्माता कंपनीज में शुमार हो गईं.
चीनी महिला उद्योगपति जो कनफे कहानी प्रत्येक युवा कारोबारी के लिए मन में दृढ़ सकल्प के साथ आगे बढ़ने की सीख देती है. जैसा जो के जीवन में था. उनके मन में और पास था तो बस एक सपना.
भाइयों और अपनी बचत की कमाई से कारोबार की शुरुआत करने वाली जो कनफे आज कामयाबी के शिखर पर हैं. अपनी लग्न मेहनत और विशवास के दम पर ही इन्होने सब कुछ हासिल किया था.
भारत के कई लोगों ने संघर्ष की कहानी को सफलता के शिखर तक पहुचाकर इतिहास रचा हैं. एक ऐसा ही नाम ज्योति रेड्डी का हैं. दक्षिण भारत की रहने वाली ज्योति रेड्डी संघर्ष और सफलता की एक मिसाल हैं. उनकी प्रेरणादायक कहानी को हमने एक अन्य लेख में प्रकाशित किया हैं.
उम्मीद करता हूँ दोस्तों सफल बिजनेसमैन की कहानी Businessman Success Story In Hindi का यह लेख आपको पसंद आया होगा. यदि आपको Success Businessman Story In Hindi पसंद आई हो तो अपने फ्रेड्स के साथ भी शेयर करें.